This poem is about the lines drawn by artists on paper. I am a comics fan, and this short poem is dedicated to the lines drawn by comics artists to create new and magical world on paper. Once these lines are drawn on black pages, these pages will tell you a story with heroes, villains, and the story will have its own world, with various emotions, drama etc. to entertain us. The artist simply creates a new world of possibilities with few lines. This message is expressed in the poem presented.
कुछ रेखाएँ कोरे कागज़ पर पड़कर,
उस कागज़ का रूप बदल देती है।
एक नई दुनिया नया संसार,
कोई नई कहानी गढ़ लेती है।
ये रेखाएँ अपने हेर फेर में
काई चेहरे गढ़ लेती है।
नायक खलनायक नायिका
और कई कलाकार बना लेती है।
कल्पनाओं का अनोखा संसार
कागज़ पर उभार देती है।
कभी दर्द का सागर बहाकर
कही ख़ुशियाँ बिखेर देती है।
जज्बातों और भावनाओं की
एक अद्भुत माला पिरोती है।
चित्रों से कथाएँ कहती
ये रेखाएँ भी अजीब होती है।
- विनय कुमार पाण्डेय
19 जनवरी 2015
Comments